
ब्यूरो द्वारा राजभाषा (हिन्दी) के लिए महत्वपूर्ण भूमिका
ऊर्जा सतत् विकास के लिए महत्वपूर्ण है। आजीविका और गतिशीलता को सक्षम बनाने, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए इसकी आवश्यकता होती है। अत: ऊर्जा के दक्ष उपयोग और इसके संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए, जागरूकता पैदा करने और इससे संबंधित जानकारी का प्रसार करने हेतु केन्द्र सरकार द्वारा मार्च, 2002 में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की स्थापना की गई जो विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक सांविधिक निकाय के रूप में अपने दायित्वों का निर्वाह करता है।
राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा संपूर्ण देश को तीन क्षेत्रों अर्थात् 'क', 'ख' और 'ग' में वर्गीकृत किया गया है। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो का कार्यालय 'क' क्षेत्र अर्थात् नई दिल्ली में स्थित है जिसके सभी अधिकारी एवं कर्मचारी हिन्दी में कार्यसाधक/ प्रवीणता प्राप्त हैं। इसलिए विद्युत मंत्रालय ने ऊर्जा दक्षता ब्यूरो को राजभाषा नियम, 1976 के नियम 10 (4) के अतर्गत दिनांक 01 अप्रैल, 2011 को अधिसूचित कर दिया था।
पिछले दो वर्षों में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के कामकाज में हिन्दी को लेकर बहुत प्रगति हुई है और इसका श्रेय हमारे उच्च अधिकारियों द्वारा दिया गया मार्गदर्शन तथा अन्य अधिकारियों / कर्मचारियों में हिन्दी के प्रति लगाव है।
बीईई में हर वर्ष सितम्बर माह में हिन्दी पखवाड़े का आयोजन किया जाता है। पखवाड़े के दौरान 07 प्रतियोगिताएं अर्थात् निबंध प्रतियोगिता, टिप्पण एवं प्रारूप लेखन प्रतियोगिता, अधिकारियों / कर्मचारियों के लिए श्रुतलेख प्रतियोगिता, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए हिन्दी श्रुतलेख प्रतियोगिता, राजभाषा हिन्दी के प्रयोग के सबंध में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, हिन्दी कविता पाठ प्रतियोगिता और ऊर्जा दक्षता पर स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की जाती हैं। प्रतियोगिता के विजेताओं को 08 पुरस्कार अर्थात् प्रथम पुरस्कार, द्वितीय पुरस्कार, तृतीय पुरस्कार और 05 प्रोत्साहन पुरस्कार दिए जाते हैं। हिन्दी पखवाड़े के समापन समारोह के अवसर पर महानिदेशक महोदय द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र दिए जाते हैं। हिन्दी पखवाड़ा आयोजन का मूल लक्ष्य हिन्दी भाषा का प्रचार-प्रसार करना है।
ब्यूरो में अधिक से अधिक बैठकों में मूल रूप से विचार-विमर्श हिन्दी में किया जाता है। राजभाषा अधिनियम 1963 की धारा 3(3) के अंतर्गत सभी दस्तावेज संकल्प, प्रेस विज्ञप्तियां तथा विज्ञापन आदि द्विभाषी रूप में जारी किए जाते हैं। महानिदेशक महोदय ने ब्यूरो में कार्यरत क्षेत्र विशेषज्ञों तथा प्रोजेक्ट इंजीनियरों के लिए प्रत्येक छमाही में तकनीकी विषयों पर हिन्दी निबंध प्रतियोगिता का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य क्षेत्र विशेषज्ञों तथा प्रोजेक्ट इंजीनियरों को हिन्दी में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना है जिससे कि ब्यूरो में हिन्दी के उत्तरोत्तर प्रयोग में और अधिक वृद्धि हो सके।
ब्यूरो में प्रत्येक तिमाही में नियमित रूप से हिन्दी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। वर्ष 2018 में आयोजित हिन्दी कार्यशालाओं में भाग लेकर अधिकारियों / कर्मचारियों ने प्रमाणित किया है कि उन्हें मातृभाषा हिन्दी से कितना स्नेह और लगाव है। इन कार्यशालाओं में Microsoft Indic Language Input Tool और Hindi Indic Input 3 के माध्यम से हिन्दी टंकण का प्रशिक्षण दिया गया तथा इसके साथ-साथ Traditional Hindi Keyboard का प्रयोग हिन्दी टंकण में किस प्रकार किया जाता है, का भी प्रशिक्षण दिया गया। बीईई संभवत: उन गिनी चुनी सरकारी संस्थाओं में से है, जिसके सभी अधिकारी / कर्मचारी आवश्यकता पड़ने पर हिन्दी में टंकण कर सकते हैं।
प्रत्येक तिमाही में महानिदेशक महोदय की अध्यक्षता में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है। इन बैठकों में अध्यक्ष महोदय द्वारा हिन्दी के प्रगामी प्रयोग विषयक तिमाही प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की जाती है तथा बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को अधिक से अधिक अपना सरकारी कामकाज हिन्दी में करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ब्यूरो में प्राप्त सभी पत्रों तथा आरटीआई का जवाब हिन्दी में दिया जाता है। इसके साथ-साथ ब्यूरो के सभी विज्ञापन तथा प्रकाशन द्विभाषी रूप में अर्थात् हिन्दी एवं अंग्रेजी में जारी किए जाते हैं।
ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की गृह पत्रिका ''बचत के सितारे'' का प्रथम अंक अक्तूबर, 2017 तथा द्वितीय अंक दिसम्बर, 2018 में प्रकाशित करवाया गया। इन अंकों में ब्यूरो के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की रचनाओं को प्रमुखता देते हुए उनके परिवार के सदस्यों की रचनाओं और लेखों को भी स्थान दिया गया। ''बचत के सितारे'' पत्रिका में कविताओं, ज्ञानवर्धक लेखों के साथ-साथ रोचक सामग्री का प्रकाशन किया जा रहा है। यह पत्रिका विविधता से परिपूर्ण रचनाओं को अपने में समाहित किए हुए है। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो हिन्दी की प्रगति में दिन प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है। ब्यूरो के सभी अधिकारी व कर्मचारी अपने दैनिक कार्यकलापों में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करते हैं। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो काफी सक्रिय रहता है। राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ब्यूरो के सभी कार्मिक ईमानदारी से प्रयासरत हैं।
संघ की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन के संबंध में विद्युत मंत्रालय के संयुक्त निदेशक (रा.भा.) श्री अमित प्रकाश द्वारा दिनांक 28 फरवरी, 2019 को ऊर्जा दक्षता ब्यूरो का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में यह उल्लेख किया है कि ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा राजभाषा अधिनियम, 1963 की धारा 3(3) और राजभाषा नियम 1976 के नियम 5 का पूर्णत: अनुपालन किया जा रहा है। कार्यालय के अधिकारी / कर्मचारी निरीक्षण के समय उपस्थित थे। कुल मिलाकर बीईई द्वारा राजभाषा हिन्दी के कार्यान्वयन के संबंध में अच्छा कार्य किया जा रहा है।